Dausa News: स्वर्गीय राजेश पायलट जिद और जुनून की जिस मिट्टी से बने थे, कमोबेश वही जिद-जुनून और बगावती तेवर उनके पुत्र सचिन पायलट के खून में भी दिखते हैं. राजस्थान की सियासत में अहम किरदार के रूप में उभरे सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट की सोनिया गांधी से प्रतिद्वंद्विता कम नहीं थी. राजेश्वर प्रसाद बिधूरी 1966 में अपने जोशो-जुनून के चलते पायलट बने. ग्रामीण क्षेत्र में तब यह बड़ी बात थी. 1997 में कांग्रेस में रहकर कांग्रेस से बगावत उससे भी बड़ी बात थी. राजेश पायलट ने कांग्रेस की शीर्ष लीडरशिप से सीधी टक्कर ली थी.
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