Jaipur News: एक वोट की कीमत कभी-कभी कितनी बड़ी चुकानी पड़ती है, यह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) और राजस्थान विधानसभा के वर्तमान अध्यक्ष सीपी जोशी से बेहतर भला और कौन जानता होगा. राजस्थान में राज्यसभा की एक सीट पर वोटिंग में कुछ ऐसा हुआ है कि एक वोट वाली ये दोनों यादें ताजा हो गई हैं. साल 1999 में एआईएडीएमके के समर्थन वापस लेने के बाद वाजपेयी सरकार को विश्वास प्रस्ताव रखना पड़ा. विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 269 और विरोध में 270 वोट पड़े और सरकार गिर गई. इसके बाद 2008 में राजस्थान विधानसभा के चुनाव में सीपी जोशी को 62,215 और कल्याण सिंह को 62,216 वोट मिले. तब जोशी सीएम के प्रबल दावेदार थे, लेकिन वे एक वोट से चुनाव हार गए. खास ये कि उनकी मां, पत्नी व ड्राइवर ने वोट नहीं डाला था.
from Latest News राजस्थान News18 हिंदी https://ift.tt/0KlURBI
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें